सुप्रभातम्! जय भास्करः! ६० :: सत्यनारायण पाण्डेय
सुप्रभातः सर्वेषां सुहृदसज्जनानां कृते ये गीताज्ञानयज्ञे संलग्नाः सन्ति, गीताज्ञान यात्रायायां द्वदशाध्यायपर्यन्तं यात्रा सम्पन्ना जाता। अद्य क्षेत्रक्षत्रज्ञयोर्नाम् त्रयोदशाध्याये यात्रा...
View Articleसुप्रभातम्! जय भास्करः! ६१ :: सत्यनारायण पाण्डेय
सुप्रभातः सर्वेषां सुहृदसज्जनानां कृते ये गीताज्ञानयज्ञे संलग्नाः सन्ति! अद्यापि क्षेत्रक्षत्रज्ञयोगोनामत्रयोदशाध्यायस्यैवा यात्रा भविष्यति।प्रिय बन्धुगण!कल ग्यारहवें श्लोक तक ज्ञान किसे कहते हैं और...
View Articleछली ज़िन्दगी
छली ज़िन्दगीछल कर चली ज़िन्दगी छल से आहतछलके कुछ आँसू उन आँसुओं में पली ज़िन्दगी. उसकी प्रवंचनाओं कोझेला जा सकेउसके छद्मों के बावजूदजिया जा सके इसलिए ही तोढंके-छुपे धैर्य कोअनावृत करती चली ज़िन्दगी. कई...
View Articleसुप्रभातम्! जय भास्करः! ६२ :: सत्यनारायण पाण्डेय
सुप्रभातः सर्वेषां सुहृदसज्जनानां कृते ये गीताज्ञानयज्ञे संलग्नाः सन्ति! अद्यापि क्षेत्रक्षत्रज्ञयोगोनामत्रयोदशाध्यायस्यैवा यात्रा भविष्यति।प्रिय बन्धुगण!कल तक हम लोगों ने परमात्मा संबंधी तत्व ज्ञान...
View Articleसुप्रभातम्! जय भास्करः! ६३ :: सत्यनारायण पाण्डेय
ऊँ श्रीपरमात्मने नमः! सुप्रभातः सर्वेषां सुहृदसज्जनानां कृते ये गीता-ज्ञान-यात्रायां संलग्नाः सन्ति! अद्य गुणत्रय (सत्व,रज,तम) विभागयोगोनां चदुर्दशोऽध्यायस्य यात्रारम्भः भविष्यति!प्रिय बन्धुगण!चौदहवें...
View Articleउस छोर पर
एकटकतकते हुएउस छोर का आसमानस्वप्न सी कोई आकृतिआँखों से आ टकराती है आसमानी रंगसमंदर के नीलेपन में घुलता हुआतट को खारा कर जाता है ऐसे धुंधलके मेंकिनारों का उदास कोई संगीतउभर आता है तट से टकराती लहरों के...
View Articleसुप्रभातम्! जय भास्करः! ६४ :: सत्यनारायण पाण्डेय
ऊँ श्रीपरमात्मने नमः! सुप्रभातः सर्वेषां सुहृदसज्जनानां कृते ये गीता-ज्ञान-यात्रायां संलग्नाः सन्ति! अद्यापि गुणत्रयविभाग योगोनाम चतुर्दशाऽध्याये एव यात्रा भविष्यति!प्रिय बन्धुगण!कल की चर्चा में...
View Articleझरने से झरते जल में
पोलैंड, २०१५ झरने से झरते जल मेंबह गएकितने ही पलसांझ ने महसूसा था--कुछ दुखों केनहीं होते कोई हल.फिर भीज़िन्दगी, चहकती हैयादों की कोई ज़मीनहर क्षणकहीं दरकती है.
View Articleसुप्रभातम्! जय भास्करः! ६५ :: सत्यनारायण पाण्डेय
ऊँ श्रीपरमात्मने नमः! सुप्रभातः सर्वेषां सुहृदसज्जनानां कृते ये गीता-ज्ञान-यात्रायां संलग्नाः सन्ति! अद्यापि गुणत्रयविभाग योगोनाम चतुर्दशाऽध्याये एव यात्रा भविष्यति!प्रिय बन्धुगण!इस अध्याय के अन्तर्गत...
View Articleदिसम्बर और आश्वस्तियाँ
कितने छलकितने ही कल से गुजरते हुए पहुँचते हैं हम दिसम्बर की दहलीज़ पर ठिठुरता हुआ दिसम्बरढ़ेरों बीते कलऔर अनगिन रीते पलों का हिसाब करता हुआखुद ही रीत जाता है वो भी बीत जाता है.बीतते हुएवो हमें थमा जाता...
View Articleसुप्रभातम्! जय भास्करः! ६६ :: सत्यनारायण पाण्डेय
ऊँ श्रीपरमात्मने नमः! सुप्रभातः सर्वेषां सुहृदसज्जनानां कृते ये गीता-ज्ञान-यात्रायां संलग्नाः सन्ति! अद्य पुरूषोत्तमयोगोनामपञ्चदशोऽध्याये यात्राः भविष्यति!प्रिय बन्धुगण!अब तक क्रमशः तेरहवें अध्याय में...
View Articleसुप्रभातम्! जय भास्करः! ६७ :: सत्यनारायण पाण्डेय
ऊँ श्रीपरमात्मने नमः! सुप्रभातः सर्वेषां सुहृदसज्जनानां कृते ये गीता-ज्ञान-यात्रायां संलग्नाः सन्ति! अद्यापि पुरषोत्तमयोगोनाम पञ्चदशोऽध्याये एव यात्रा भविष्यति!प्रिय बन्धुगण!कल तक हमलोगों ने इस अध्याय...
View Articleकौन जाने ?!
समयहमें आहत करता हैकिसमय ही हमसे हमारे क्रिया-क्लापों से आहत है कौन जाने ?!किन कंदराओं में छिपी हैवो जो कहींज़रा सी राहत है !!
View Articleसुप्रभातम्! जय भास्करः! ६८ :: सत्यनारायण पाण्डेय
ऊँ श्रीपरमात्मने नमः! सुप्रभातः सर्वेषां सुहृद् सज्जनानां कृते ये गीतिज्ञानयज्ञे संलग्नाः सन्ति।अद्य दैवासुरसम्पद्विभागयोगोनामषोडशोऽध्यायस्य यात्रा करणीयं विद्यते!प्रिय बन्धुगण!इस अध्याय में मुख्य रूप...
View Articleयादों की मरूभूमि
स्मरणअनुभूतियों कावृहद् संसार रचता है जीवन स्वयंयादों की ही तो मरूभूमि हैउड़ते रजकण आँखों में समाधुंधला कर देते हैं दृश्यवर्तमान ओझल सा हो जाता है इस बीचस्मृतियों का पूरा बियाबानभीतर रच जाता...
View Articleसुप्रभातम्! जय भास्करः! ६९ :: सत्यनारायण पाण्डेय
ऊँ श्रीपरमात्मने नमः! सुप्रभातः सर्वेषां सुहृद् सज्जनानां कृते ये गीतिज्ञानयज्ञे संलग्नाः सन्ति! अद्यापि दैवासुरसम्पद्विभागयोगो नाम षोडशोऽध्याये एव यात्रा भविष्यति!प्रिय बन्धुगण!कल तक हम लोगों ने आसुरी...
View Articleदर्द का भाष्य
मौन की भाषा दर्द का भाष्य हैजीवन का संत्रासगीत में बसने वाले सुर हैंशब्द, शब्द हैंजीवन, जीवन हैऔर किसी एक क्षणये सब चूक जाते हैंशब्दों की अपनी सीमा हैभाव-भंगिमाओं कोहू-बहू अभिव्यक्त कर पाना हर बार...
View Articleसुप्रभातम्! जय भास्करः! ७० :: सत्यनारायण पाण्डेय
ऊँ श्रीपरमात्मने नमः! सुप्रभातः सर्वेषां सज्जनानां ये गीताज्ञानयात्रायां दत्तचितः संलग्नाः सन्ति! अद्य श्रद्धात्रययोगोनाम् सप्तदशोऽध्याये ज्ञानयात्रा करणीयं विद्यते!प्रिय बन्धुगण!हमने चतुर्दश अध्याय...
View Articleपतझड़ में अनावृत हुए दुखों पर मरहम-से उजले फ़ाहे
जो चिट्ठियाँलिखीं जानी चाहिए थींपर लिखी न गयीं जो शब्दकागज़ पर उतरने के बाद भीकभी अपने अभीष्ट तक न पहुँचे जिनकी यात्राशुरू होने से पहले हीरद्द हुई वोअधूरे वाक्यों के बीच पसरेरिक्त स्थानों का व्याकरणबन...
View Articleसुप्रभातम्! जय भास्करः! ७१ :: सत्यनारायण पाण्डेय
ऊँ श्रीपरमात्मने नमः! सुप्रभातः सर्वेषां सज्जनानां ये गीताज्ञानयात्रायां दत्तचितः संलग्नाः सन्ति! अद्यापि श्रद्धात्रययोगोनाम सप्तदशाध्याये एव यात्रा भविष्यति!प्रिय बन्धुगण!कल इस अध्याय के आठवें श्लोक...
View Article