$ 0 0 खाली पाँव पैदल चलना थाठोकरें थी, गिरना था, संभलना था खो गए पलों कोसमय की चट्टानों सेटकराते देखा वो लौट आने को विकल थेबादलों कोगहराते देखा मृत्यु के से क्षणों मेंजीवन कोपरचम सा लहराते देखा इन सबके बीच हमें दीपक-सा जलना थाठोकरें थी, गिरना था, संभलना था बंद थे सब दरवाज़े जबतबथे कुछ झरोखेजिनको अपने दर परआस-विश्वास के पूरे कुनबे कोठहराते देखाउसकी छविजल में तैरती हुईधारा कोस्निग्ध कर रही थीआसमान को धरती परउतर आते देखा शाश्वत होने केदावे थेसब के सबबस छलावे थेजो आयेसबको जाते देखा इन विडम्बनाओं को आत्मसात कियेहमें बर्फ़-सा पिघलना थाठोकरें थी, गिरना था, संभलना था