एक भाव अवस्था होती है एक होती है कविता दोनों एक साथ घटित हुए तो अविरल धारा प्रस्फुटित होती है कितने ही अनकहे प्रश्नों के विम्ब खुलते हैं उत्तर मिलते हैं.
एक होता है मौन एक होता है संवाद एक होती है मौन में बात मौन और संवाद साथ घटित हुए तो जीवन संवर्धित होता है कई ताले खुलते हैं खोयी चाभियाँ मिलती हैं.
अनायास ही कुछ दुर्लभ से स्पर्श महसूस करता है मन
ज़िन्दगी तपते तवे पर बूंदों सी तड़पती हुई भी खिल उठती है
अगले ही क्षण क्यूँ जाने फिर रूठती है
ये रूठने-मानने का खेल चल रहा है जीवन पट पर हर पल दृश्य बदल रहा है