$ 0 0 ज़िन्दगी !तुम्हारी अनुपस्थितिखलती है.वोकहाँ हैकिस हाल में हैसोच-सोचव्यथित होता है मनइंतज़ार करती हुई आँखेंजगी-जगी जलती हैं.ज़िन्दगीकभी-कभीलम्बे समय तकऐसे भी चलती है.