$ 0 0 बहुत कुछ है जो गुज़र जाता है जाते हुए समय के साथ मगर बहुत कुछ ऐसा भी है जो सदा पूर्ववत ही रहता है सदियां बीत जाने के बाद भी जैसे कि...कभी घटित हुआ प्रेम, जैसे कि...किसी सच्चे हृदय की आवाज़,जैसे कि... सूरज का जिस सुन्दरता से निकलना, उसी वैभव के साथ सागर में समा जाना! और भी बहुत कुछ है… जिन्हें किया जा सकता है लिपिबद्ध शाश्वत अव्यवों की सूची में इसलिए,घिर आई निराशा को दूर हटाया जाए जीवन को कुछ और सजाया जाए!