नसफ़ेदहोताहै...
नस्याहहोताहै
बीचमेंकईरंग
घुले-मिलेहोतेहैंचरित्रमें,
इंसानझूलतारहताहै
दोकिनारोंकेमध्य
औरआकार
उभरतेजातेहैंचित्रमें...
मानों,
सबपरिस्थितियांही
निर्धारितकरतीहैं,
कुछभीअपनेवशमेंनहीं
येतथ्य
साधिकारप्रचारितकरतीहैं
होगायेभीएकसच
परएकतथ्यऔरहै,
भलेउतनाप्रचारितनहीं
परबातयहीसिरमौरहै...
कि,
स्याहयासफ़ेदहोनेका
विवेकहैहमारेपास,
प्रभुप्रदत्तनेयमतयह
प्रणम्यहै,
अन्तःस्थितिकीदृढ़ताकेसमक्ष
परिस्थितिजन्यबाधाएं
नगण्यहैं!
नस्याहहोताहै
बीचमेंकईरंग
घुले-मिलेहोतेहैंचरित्रमें,
इंसानझूलतारहताहै
दोकिनारोंकेमध्य
औरआकार
उभरतेजातेहैंचित्रमें...
मानों,
सबपरिस्थितियांही
निर्धारितकरतीहैं,
कुछभीअपनेवशमेंनहीं
येतथ्य
साधिकारप्रचारितकरतीहैं
होगायेभीएकसच
परएकतथ्यऔरहै,
भलेउतनाप्रचारितनहीं
परबातयहीसिरमौरहै...
कि,
स्याहयासफ़ेदहोनेका
विवेकहैहमारेपास,
प्रभुप्रदत्तनेयमतयह
प्रणम्यहै,
अन्तःस्थितिकीदृढ़ताकेसमक्ष
परिस्थितिजन्यबाधाएं
नगण्यहैं!