$ 0 0 उन्हें सहारा देने कोदीवार हो जाएमन डूबती हुई आस की ख़ातिरपतवार हो जाएपर्वत साअटल अचल रहे कभीकभी कल-कल बहतीधार हो जाएमनडूबती हुई आस की खातिरपतवार हो जाएबूंदों मेंझिलमिल इन्द्रधनुषजिजीविषा काएकनिष्ठ सूत्रधार हो जाए मनडूबती हुई आस की खातिरपतवार हो जाए