$ 0 0 कोई एक होजो मेरी ख़ामोशी सुन ले...अब मन हर एक शब्द अक्षरसब खोना चाहता है... !थक गया हैचल चल कर... मिले कोई स्नेहपूर्ण गोदअब मन कुछ देरसोना चाहता है... !सब धुल जायेधुल धक्कड़...मेरा मनतुम्हारे हृदय से लग कररोना चाहता है... !रेत ही रेत हैमेरी आँखों के सामने...जाने फिर भीकैसे तो हौसला करउम्मीदें बोना चाहता है... !!