$ 0 0 एक पुराने दिन का चाँदएक पुराने दिन की याद...एक पुराना मौसमअपने बीत जाने के बाद...यूँ भी कभी कभी रहता है--अपने "न होने"में"होने"की टीस सहता है...समय का दरियानिर्विकार बहता है... !!