हेजीवन!
तुम्हेंलिखनेकेलिए,
अगरकईलिपियोंकासहारालेनापड़े...
कईभाषाओँकीदहलीजोंसे,
उपमाएंचुननीपड़े...
तो, दुनियाकीकिसीभीएकभाषामें
लिखदेंगेतेरीमुस्कराहट;
किसीभीभाषाकादरवाज़ाखटखटाकर
चुनलेंगे,
तेरीभावभंगिमाओंकेलिएउपमाएं;
विश्वासहै,
कोईभीभाषामें
पूरीसशक्तताकेसाथलिखसकतेहैं
तेरेहौसलेको;
लेकिन,
लिखनेहोंगेजबआंसू
तोअपनीहीभाषाकेद्वारेलौटआयेंगे...
इसलिए, नहींकि
अन्यकिसीभाषामें
आंसूलिखनेकोवैसेहीपाक़शब्दनहीं...
बल्कि, इसलिए
क्यूंकियेसचहै, कि
किसीअन्यभाषामेंहम
सहजतासेरोनहींपायेंगे...
तुम्हारेआंसूसमझनेकेलिएहमेंभीरोनाहोगा...!
औररोनेकेलिएहमेंअपनीभाषामेंहोनाहोगा...!!
तुम्हेंलिखनेकेलिए,
अगरकईलिपियोंकासहारालेनापड़े...
कईभाषाओँकीदहलीजोंसे,
उपमाएंचुननीपड़े...
तो, दुनियाकीकिसीभीएकभाषामें
लिखदेंगेतेरीमुस्कराहट;
किसीभीभाषाकादरवाज़ाखटखटाकर
चुनलेंगे,
तेरीभावभंगिमाओंकेलिएउपमाएं;
विश्वासहै,
कोईभीभाषामें
पूरीसशक्तताकेसाथलिखसकतेहैं
तेरेहौसलेको;
लेकिन,
लिखनेहोंगेजबआंसू
तोअपनीहीभाषाकेद्वारेलौटआयेंगे...
इसलिए, नहींकि
अन्यकिसीभाषामें
आंसूलिखनेकोवैसेहीपाक़शब्दनहीं...
बल्कि, इसलिए
क्यूंकियेसचहै, कि
किसीअन्यभाषामेंहम
सहजतासेरोनहींपायेंगे...
तुम्हारेआंसूसमझनेकेलिएहमेंभीरोनाहोगा...!
औररोनेकेलिएहमेंअपनीभाषामेंहोनाहोगा...!!