Quantcast
Channel: अनुशील
Viewing all articles
Browse latest Browse all 670

शीर्षकविहीन... !!

$
0
0

खुद को ढूंढ़ते हुए
बहुत दूर निकल आये थे...


कुछ कवितायेँ मिली हमें राह में...


उन कविताओं को सहेज लाये हैं... !


शायद एक दिन
मिल जाये हम भी खुद को
ऐसे ही किसी खोयी कविता की तरह...


पर हमें पता है...
ऐसा ही होगा--


खुद को पाकर फिर खो देंगे हम
इस बात पर फिर अनायास रो देंगे हम... !!


*** *** ***


खो जाना है धुंध में...


इन विराट विसंगतियों को...
आसन्न आपदाओं को...
सकल विपत्तियों को...


और खुद तुम्हें और मुझे भी इसी धुंध में मिल जाना है एक रोज़...


अनिश्चितताओं के इस समुद्र में
दो कदम जो साथ हैं...
कुछ क्षण जो हमारे पास हैं...
उन्हें जी लें... ?!!




Viewing all articles
Browse latest Browse all 670

Trending Articles



<script src="https://jsc.adskeeper.com/r/s/rssing.com.1596347.js" async> </script>