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Channel: अनुशील
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बूँदें हैं, नमी है...!!

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बादल हैं, बारिश है, 

बूँदें हैं, 

नमी है...
सफ़र में 

साथ साथ चल रहे
आसमां और ज़मीं हैं...


यहाँ 

सब कुछ
बिखरा बिखरा है...
हो सके 

तो आ जाओ
दोस्त! तुम्हारी ही कमी है...


कितनी दूरी है, 

है कितना सामीप्य
कहो! क्या कभी माप पाएंगे हम...
बस ये जानो 

आँखों से ओझल हुए हो
तब से ही सांसें जैसे थमी हैं...


बादल हैं, बारिश है, 

बूँदें हैं, 

नमी है...
सफ़र में 

साथ साथ चल रहे
आसमां और ज़मीं हैं...


इक मेरा मन उदास है 

अपनी ख़ामियां 

गिन गिन कर...
कोई क्यूँ रहे भी पास
कि मुझमें 

लाखों कमी है...


ज़िन्दगी की राह में
जीवन से मिलने का अवसर 

आता है कभी कभी
घटित हुआ था वह एक दुर्लभ संयोग सा
तब से ही उसी मोड़ पर उसकी राह तकती 

निगाहें मेरी थमी हैं...


बादल हैं, बारिश है, 

बूँदें हैं, 

नमी है...
सफ़र में 

साथ साथ चल रहे
आसमां और ज़मीं हैं...!


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