$ 0 0 समंदर कीकरुणानयनों में वाष्पितकोहरे मेंठिठुरती प्रकृति के अंक मेंजीवन की ऊष्मा परिलक्षितसब खेल विधाता केअपने आप में दक्षप्रगट कर देते हैं हमेंहमारे ही समक्ष !!